सफलता के पीछे मत भागो, वो सिस्टम बनाओ जो काम करे
हम सभी कुछ न कुछ हासिल करना चाहते हैं। एक अच्छी नौकरी, एक खुशहाल ज़िंदगी, एक अलग पहचान… लेकिन कई बार हम इतने ज़ोर-शोर से “सफलता” के पीछे भागते हैं कि भूल जाते हैं कि सफलता किसी बड़े फैसले से नहीं, बल्कि छोटी-छोटी आदतों से बनती है।
क्या आप भी हर दिन कुछ नया शुरू करने की कोशिश करते हैं लेकिन कुछ नहीं चलता? एक दिन डाइट पर रहते हैं, अगले दिन फिटनेस प्लान बनाते हैं, फिर कोई नई स्किल सीखने का वादा करते हैं… लेकिन 3 दिन बाद सब भूल जाते हैं? अगर हाँ, तो आपको बता दें – ये आपकी गलती नहीं है। बल्कि, आप गलत तरीके से सोच रहे हैं।
आजकल हम सभी सफलता के बारे में सोचते हैं, लेकिन कम ही लोग ऐसे हैं जो सही सिस्टम बनाते हैं। हम ये सोचते हैं कि एक बड़ा फैसला लेकर सब कुछ बदल जाएगा। लेकिन सच्चाई ये है – सफलता कोई एक दिन की चीज़ नहीं है। ये हर दिन की छोटी-छोटी आदतों का नतीजा है।
इसलिए बस एक बार फैसला कर लीजिए – आपको बस एक ऐसा सिस्टम बनाना है जो आपके हिसाब से चले। जो आपके दिनचर्या में फिट बैठे। जिसे आप लगातार दोहरा सकें।
अगर आप एक छोटी सी आदत भी हर दिन दोहराएंगे – चाहे वो पढ़ना हो, लिखना हो, या थोड़ा सा वर्कआउट – तो धीरे-धीरे आपकी ज़िंदगी बदलने लगेगी। क्योंकि सफलता किसी बड़े मौके से नहीं, बल्कि छोटे-छोटे कदमों से बनती है।
एक अच्छी आदत आपकी ज़िंदगी में बहुत बदलाव ला सकती है। लेकिन ये तभी होगा जब आप उसे सिस्टम बनाकर चलाएंगे, न कि लक्ष्य बनाकर। लक्ष्य के पीछे भागने से आप थक जाते हैं। लेकिन एक अच्छे सिस्टम से आपको आगे बढ़ने में मज़ा आएगा।
उदाहरण के लिए: अगर आपका लक्ष्य है “5 किलो वज़न कम करना”, तो आप शुरू में जोश में आकर कड़ी मेहनत करेंगे। लेकिन एक हफ्ते बाद थक जाएंगे। लेकिन अगर आपका सिस्टम है – “हर दिन 10 मिनट वॉक करना”, तो ये आपकी आदत बन जाएगी। और ये आदत आपको लक्ष्य की ओर ले जाएगी, बिना किसी दबाव के।
और ये भी समझ लीजिए – आपको हर दिन जबरदस्ती कुछ नया शुरू करने की ज़रूरत नहीं। बस वो छोटी सी चीज़ ढूँढ़िए जिसे आप आसानी से दोहरा सकें। और उसे बस जारी रखिए।
इसलिए अब आपको ये समझना है कि आपकी सफलता का राज़ आपके सिस्टम में है। न कि किसी बड़े फैसले में। एक छोटी सी आदत, लगातार दोहराने से आपकी ज़िंदगी बदल सकती है।
तो चलिए, आज से सफलता के पीछे भागना बंद कर दीजिए। बस एक छोटा सा सिस्टम बनाइए। जो आपके लिए काम करे। और फिर उसे लगातार चलाइए। क्योंकि सच्ची सफलता तभी आती है, जब आप हर दिन थोड़ा आगे बढ़ रहे हों।
और अगर आपको लगता है कि आपके पास समय नहीं है, तो याद रखिए – समय किसी के पास नहीं होता। लोग सिर्फ अपने सिस्टम के मुताबिक चलते हैं। और आप भी ऐसा कर सकते हैं।
बस एक छोटी सी शुरुआत कीजिए। फिर उसे बस जारी रखिए। और देखिए कैसे आपकी ज़िंदगी धीरे-धीरे बदलने लगती है।
क्योंकि याद रखिए – सफलता एक नतीजा है, न कि एक लक्ष्य।